बाजी की संविदा क्या  हैं

बाजी अर्थात् पंद्यम संविदा (Wagering Contract) की कोई एक ठोस परिभाषा देना बहुत ही कठिन हैं। समय-समय पर इसको अलग – अलग प्रकारों से परिभाषित किया गया हैं।

उदाहरण के अनुसार इसे और भी अच्‍छे से समझे-

घेरूलाल पारख बनाम महादेव दास A.I.R. 1959 S.C. 781 के मामले में बाजी की संविदा की परिभाषा इस प्रकार दी गयी हैं – यह एक ऐसी संविदा हैं। जिसमे पहला व्‍यक्ति यह संविदा करता हैं। कि वह दूसरे व्‍यक्ति को किसी घटना विशेष के घटित हो जाने पर उसे धन देगा। परन्‍तु इस प्रतिफल का उक्‍त घटना न घटने पर दूसरा व्‍यक्ति पहले व्‍यक्ति को धन देगा।